मत्ती 24:15 में उजाड़ने वाली घृणित वस्तु क्या है?

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 मत्ती 24:15 में उजाड़ने वाली घृणित वस्तु क्या है?

सो जब तुम उस उजाड़ने वाली घृणित वस्तु को जिस की चर्चा दानिय्येल भविष्यद्वक्ता के द्वारा हुई थी, पवित्र स्थान में खड़ी हुई देखो, (जो पढ़े, वह समझे )। मत्ती 24:15


मत्ती 24:15 में उजाड़ने वाली घृणित वस्तु क्या है?

Amplified Bible के अनुवाद के अनुसार उजाड़ने वाली घृणित वस्तु एक घृणित अपवित्रता है जो अचंभे में डालती है और उजाड़ देती है। यीशु अपने शब्दों में दानिय्येल नबी की भविष्यवाणी का जिक्र कर रहे हैं। नबी डेनियल ने तीन स्थानों पर उजाड़ने वाली घृणित वस्तु का उल्लेख किया है।

"और वह प्रधान एक सप्ताह के लिये बहुतों के संग दृढ़ वाचा बान्धेगा, परन्तु आधे सप्ताह के बीतने पर वह मेलबलि और अन्नबलि को बन्द करेगा; और कंगूरे पर उजाड़ने वाली घृणित वस्तुएं दिखाई देंगी और निश्चय से ठनी हुई बात के समाप्त होने तक परमेश्वर का क्रोध उजाड़ने वाले पर पड़ा रहेगा॥ दानिय्येल 9:27"

"तब उसके सहायक खड़े हो कर, दृढ़ पवित्र स्थान को अपवित्र करेंगे, और नित्य होमबलि को बन्द करेंगे। और वे उस घृणित वस्तु को खड़ा करेंगे जो उजाड़ करा देती है।दानिय्येल 11:31"

और जब से नित्य होमबलि उठाई जाएगी, और वह घिनौनी वस्तु जो उजाड़ करा देती है, स्थापित की जाएगी, तब से बारह सौ नब्बे दिन बीतेंगे।दानिय्येल 12:11"

उपरोक्त वचनों के अनुसार घृणित वस्तु एक "घृणित व्यक्ति" या "घृणित वस्तु" प्रतीत होती है। इस बात की परवाह किए बिना कि उजाड़ने वाली घृणित वस्तु एक व्यक्ति है या एक वस्तु, दानिय्येल ने निम्नलिखित संभावना पेश की है।

1. भविष्य में एक शासक इस्राएल के लोगों के साथ सन्धि करेगा।

2. इस संधि की शर्तें एक सप्ताह के लिए होंगी। जिसे हम सात साल की अवधि मानते हैं।

3. इस समय के मध्य यानि साड़े तीन साल में यह शाशक अपनी सेना इकट्ठी करेगा और मन्दिर में बलियों और भेंटों को बन्द करेगा।

4. उस समय यह शासक मंदिर को अपवित्र करेगा और मंदिर में किसी प्रकार की अपवित्र वस्तु की स्थापना करेगा।

5. 1,290 दिनों (3½ वर्ष और 1 महीने) के बीतने, जब तक कि शासक और उसके अनुयायियों पर परमेश्वर का न्याय नहीं हो जाता, तब तक मंदिर का अपवित्रीकरण जारी रहेगा।

उजाड़ने वाली घृणित वस्तु के बारे में दानिय्येल नबी की पुस्तक की भविष्यवाणीयां लगभग आधी पूरी हो चुकी हैं, 167 ई.पू. में जब एंटिओकस IV (Antiochus IV) के नाम से एक यूनानी (Greek) शासक ने यरूशलेम में मंदिर को अपवित्र कर दिया था। एंटिओकस ने खुद को एपिफेनीज़ - Epiphanies (खुदी ही मसीह होने वाला) कहा था। उसने होमबलि करने वाली वेदी के स्थान पर ज्यूस (Zeus) के लिथे एक वेदी बनाई। Zeus यानि एक युनानी देवता। Antiochus ने वेदी पर एक सूअर (Pig) को बलि किया था। एंटिओकस के अत्याचारों की गिनती और बड़ गयी थी, उसने बहुत सारे यहूदियों का वध किया और बहुतों को गुलामी में बेच दिया। इसके अलावा उसने खतने पर रोक लगाने और यहूदियों को मूर्तिपूजा करने व देवताओं को बलि चढ़ाने और सूअर का मांस खाने की आज्ञा जारी की थी।

एंटिओकस ने जो किया था, वह निश्चित रूप से एक घृणित काम था। लेकिन यह दानिय्येल नबी की भविष्यवाणी की सम्पूर्ण पूर्ति नहीं थी। उदाहरण के लिए, एंटिओकस एपिफेनिस ने इज़राइल के साथ सात सालों की एक वाचा भी पूर्ण नहीं की थी। मत्ती 24 में यीशु लगभग 200 वर्षों के बाद यह भविष्यवाणी कर रहें हैं। वह दानिय्येल की भविष्यद्वाणी को अभी भी भविष्य में पूर्ति होने के बारे में बात कर रहें हैं।

पहले दृष्टिकोण में यह मत्ती 24:15 में यीशु की चेतावनी 70 ईस्वी सन् में यरूशलेम के विनाश की ओर ले जाने वाली घटनाओं से संबंधित है। इस दृष्टि से, उजाड़ने वाली घृणित वस्तु संभव है कि यरूशलेम में रोमन कब्जे के दौरान हुई जब रोमन सेना ने अपने देवताओं की प्रतिमाएँ लाईं थी।

हमें यह दृष्टिकोण रखना है कि जो उजाड़ने वाली घृणित वस्तु की भविष्यवाणी अभी पूरी होनी बाकी है। मेरे विचार में, प्रभु यीशु, "मसीह विरोधी" के बारे में उल्लेख कर रहे हैं। जो अंत के समय में पूरा होने वाली हैं। "मसीह विरोधी" यानि Antichrist, सात वर्षों के लिए इस्राएल के साथ एक वाचा स्थापित करेगा और फिर कुछ वैसा ही करेगा जैसा कि एंटिओकस एपिफेनिस ने मंदिर में किया था। प्रभु यीशु द्वारा "उजाड़ने वाली घृणित वस्तु" एक अपवित्र वस्तु "पशु की सूरत" हो सकती है जिसे "मसीह विरोधी" का दाहिना हाथ, झूठा भविष्यवक्ता, स्थापित करने और उसकी पूजा करने का आदेश देगा।

"और उन चिन्हों के कारण जिन्हें उस पशु के साम्हने दिखाने का अधिकार उसे दिया गया था; वह पृथ्वी के रहने वालों को इस प्रकार भरमाता था, कि पृथ्वी के रहने वालों से कहता था, कि जिस पशु के तलवार लगी थी, वह जी गया है, उस की मूरत बनाओ। प्रकाशित वाक्य 13:14"

बेशक, मत्ती 24:15 के भविष्य में होने वाली घटना में महा क्लेश शुरू होने से पहले यरूशलेम के मंदिर का पुनर्निर्माण होना जरूरी है।

जो लोग क्लेश के दौरान जीवित हैं उन्हें सतर्क रहना चाहिए और पहचानना चाहिए कि इस्राएल के साथ वाचा का टूटना और उजाड़ने वाली घृणित वस्तु के समय, इतिहास के सबसे बुरे साढ़े तीन वर्षों की शुरुआत होगी।

"क्योंकि उस समय ऐसा भारी क्लेश होगा, जैसा जगत के आरम्भ से न अब तक हुआ, और न कभी होगा। मत्ती 24:21"

"उस दिन और उस घड़ी के विषय में कोई नहीं जानता, न स्वर्ग के दूत, और न पुत्र, परन्तु केवल पिता। मत्ती 24:36"

सदैव जागते रहो, और प्रार्थना करते रहो कि जो कुछ होने को है उस से तुम बच सको, और मनुष्य के पुत्र के साम्हने खड़े हो सको।

परमेश्वर आपको इन वचनों को समझने की बुद्धि दें। यीशु के मधुर नाम से, आमीन!!

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