उकाब की 7 विशेषताएं
उकाब एक ताकतवर और निडर पक्षी है। बारिश के दौरान, जब दूसरे परिंदे आश्रय डूंडते हैं, उकाब बारिश को ही बहिष्कार कर देता है और बादलों के ऊपर उड़ता है। बाइबिल में लगभग 34 बार उकाब का जिक्र किया गया है। हम नया जन्म पाए हुए विश्वासीयों की तुलना उकाबों से करते हैं। हम बचपन से सुनते आएं हैं, उकाबों की तरह उदेश्य उंचा रखो, ऊँचा उड़ो! इस आर्टिकल में मैं आपके साथ उकाब की विशेषताएं सांझा करना चाहता हूं।
आईए, उकाब की खूबियां पर गौर करेंगे!
1. उकाब अकेला या अपनी किस्म के उकाब के साथ ही उड़ता है।
उकाब 10,000 से 15,000 की उंचाई तक 65 mph की रफ्तार से उड़ सकता है। उकाब कभी भी झुंड में नही उड़ता। वह अकेला ही उड़ता है या अपने साथी के साथ उड़ता हुआ देखा जा सकता है।
संगति हमारे जीवनों में गहरा प्रभाव डालती है। अमेरिका के तीन सफल और चर्चित चेहरे, थॉमस एडीसन, हेनरी फोर्ड और हार्वे शमूएल फायरस्टोन, तीन युवा लोगों की मित्रता एक दूसरे को प्रोत्साहित करती थी।
अमेरिका के तीन महान व्यक्ति, जिन्होंने पूरे विश्व में विलक्षण पहचान बनाई है। वह थॉमस एल्वा एडीसन, जिन्होंने लाइट बल्ब के साथ साथ और भी बहुत सारी चीजों का अविष्कार किया था। हेनरी फोर्ड, फोर्ड कारों के संस्थापक और निर्माता। हार्वे शमूएल फायरस्टोन, एक सफल कारोबारी और फायरस्टोन टायर एंड रबर के संस्थापक। यह तीनों अच्छे मित्र थे। बाइबिल में हम पाते हैं, संगति हमारे जीवनों में गहरा प्रभाव डालती है। यदि हम बुरी संगति के प्रभाव में हैं तो सुचेत हो जाएं। आपकी संगति किन लोगों से है या आपके मित्र कौन है।
धोखा न खाना, बुरी संगति अच्छे चरित्र को बिगड़ देती है। 1 कुरिन्थियों 15:33
2. उकाब के ध्यान व देखने की शक्ति उत्तम है।
वह अपने शिकार को लगभग 5 किलोमीटर से देख लेता है और उसे दबोचने के लिए 240 किलोमीटर की गति से गोता लगाता है। ऐसा करते वक़्त, उसको आस पास चीज़ों का भय नही होता, उसका ध्यान एकाग्र रहता है। एक पल के लिए भी उसका फोकस नही हटता है। इसी लिए, वह कभी नही चूकता है।
निशाना तय करें और उसे हासिल करने के लिए समय और शक्ति का प्रयोग करें। सेना बिना लक्ष्य के एक कदम भी आगे नही बड़ती। जब लक्ष्य से ध्यान हटा लेंगे तो हम कभी भी उसे हासिल नही कर सकेंगे।
हमारा लक्ष्य अनंत जीवन पाना है। यदि हम संसारिक चीजों की ओर ज्यादा ध्यान केन्द्रित करेंगे तो लक्ष्य से चूक जाएंगे। पहले उसके धर्म और राज्य की खोज करो बाकि चीजें तुम्हारे पीछे खुद आ जायेंगी। अनंत जीवन पर केन्द्रित रहें। लक्ष्य तय करें।
3. उकाब मृत मास नही खाता।
उकाब कभी भी मुर्दा शिकार नहीं खाता है बल्कि यह काम गिद्ध करते हैं। वह एक अगुवे की बेहतरीन उदहारण है। अगुवा होने के लिए हमें समझना होगा, वास्तव में लीडरशिप क्या होती है? लीडरशिप एक दर्शन को अपनी योग्यता द्वारा हकीकत में बदलने की कला है। उकाब नकल नही करता इसी लिए उंचाईयों का राजा है। तोता दूसरों की भाषा बोलता है इस लिए पिंजरे में गुलाम है।
पुराने नियम में परमेश्वर द्वारा मूसा को व्यवस्था में बहुत सारी बातें सौंपी गई। परंतु मसीह यीशु के अनुग्रह द्वारा हम उस के अधीन न रहे फिर भी कुछ नियम जो नयी सदी की कलीसिया को मानने के लिए कहा वह यही है।
पवित्र आत्मा को, और हम को ठीक जान पड़ा, कि इन आवश्यक बातों को छोड़; तुम पर और बोझ न डालें; कि तुम मूरतों के बलि किए हुओं से, और लोहू से, और गला घोंटे हुओं के मांस से, और व्यभिचार से, परे रहो। इन से परे रहो; तो तुम्हारा भला होगा आगे शुभ॥ प्रेरितों के काम 15:28-29
यानी मूर्ति का प्रसाद, मरा हुया जानवर और व्याभिचार।
4. उकाब निडर होता है।
बारिश और तूफ़ान के दौरान, जब दूसरे परिंदे भयभीत होकर आश्रय डूंड रहे होते हैं। उकाब निडरता से तूफ़ान का सामना करता है और बारिश व तूफ़ान के विपरीत और उंचा उड़ता है। वह बादलों को चीरता हुआ और बारिश को नीचे छोड़ता हुआ, तूफ़ान व बारिश का ही बहिष्कार करता है। वह आपदा को अवसर मानता है। उन्ही हवायों को इस्तेमाल करके उकाब उंचाइयां का राजा बन जाता है।
संकट की आंधी हमें परमेश्वर के सुरक्षित हाथों में धकेल देती है। परीक्षाओं में विश्वास की उड़ान में और उंचा उड़ें। शिकायत करते न रहें कि परमेश्वर मेरे साथ ऐसा क्यूं हो रहा है बल्कि दृड विश्वास रखें। शांत पानी में कभी भी आप बेहतरीन नाविक (मल्लाह) नही बन सकते हैं।
मैंने परमेश्वर से पुछा, आप मुझे इतने खतरनाक पानियों में से क्यूं ले जा रहे हैं? उसका जवाब था, तेरे शत्रु वहां तैर नही सकते। मुसीबत में कुछ लोग टूट जाते हैं तो कुछ रिकॉर्ड तोड़ देते हैं। डर के आगे जीत ही है। अटल विश्वासी बने। संकट के समय चुनौतियों का निडरता से सामना करें। परमेश्वर ने हमें भय का नहीं बल्कि दिलेरी का आत्मा दिया है।
क्योंकि परमेश्वर ने हमें भय की नहीं पर सामर्थ, और प्रेम, और संयम की आत्मा दी है। 2 तीमुथियुस 1:7
5. उकाब जीवन साथी का चुनाव करते समय बुद्धिमता से फैसला लेता है।
अविश्वासियों के साथ असमान जूए में न जुतो, क्योंकि धामिर्कता और अधर्म का क्या मेल जोल? या ज्योति और अन्धकार की क्या संगति? 2 कुरिन्थियों 6:14
शोभा तो झूठी और सुन्दरता व्यर्थ है, परन्तु जो स्त्री यहोवा का भय मानती है, उसकी प्रशंसा की जाएगी। नीतिवचन 31:30
जीवन साथी का चुनाव करते समय बुद्धिमानी दिखाएं।
शादी के लिए ल लड़का लड़की का चुनाव करने के लिए संसारिक फिलॉसफी में ABDC देखी जाती है।
संसारिक फिलॉसफी
A - Ability योग्यता
B - Beauty खूबसूरती
C - Character चरित्र
D - Dowry दाहेज
आत्मिक फिलॉसफी
A - Ability योग्यता
B - Born again नया जन्म हुआ हो
C - Character चरित्र
D - Dedication समर्पण
6. उकाब अपने बच्चों के भविष्य के लिए घोंसला नही बनाता बल्कि उन्हें उड़ना सिखाता है।
उकाब अपने घोंसले को हिला हिला कर तोड़ देता है और अपने बच्चों को पंखों पर बैठा कर आसमान की ऊंचाईयां पर ले जा कर छोड़ देता है। ऐसा वह कई बार करता है और फिर उनको गिरता देख अपने पंख फैला उठा लेता है। ऐसा करने से उकाब के बच्चे उड़ना सीख जाते हैं।
जैसे उकाब अपने घोंसले को हिला हिलाकर अपने बच्चों के ऊपर ऊपर मण्डलाता है, वैसे ही उसने अपने पंख फैलाकर उसको अपने परों पर उठा लिया॥ व्यवस्थाविवरण 32:11
मुझे एक खूबसूरत गीत भी याद जो हम बचपन से गाते हैं।
“ घोंसले को बार बार तोड़ कर उसने चाहा के सीखे हम उड़ना उसे, परो-पर उठाया उकाब की तरह ताकि हम को चोट ना लगे। परम पिता की हम स्तुति गाएं, वो ही है जो बचाता हमें “
दोस्तो, यदि आप एक मसीही विश्वासी हैं तो दुख संकट में इतना याद रखो कि वह आपको उड़ना सिखा रहा है।
7. उकाब पीड़ादायक निर्णय लेता है ताकि शान से जी सके।
40 साल का होने पर उकाब की ताकत बहुत कम हो जाती है। अब उसके पास दो विकल्प बचते हैं, या तो वह दूसरे परिंदों की तरह जीवन जीये और मृत मास खाए या पीड़ादायक बदलाव को चुने।
वह दूसरे विकल्प को चुनता है। उसके पंख इतने लम्बे हो चुके हैं कि उसकी छाती से लिपटे होने की वजय से वह तेजी से उड़ नहीं सकता है और चूंच धारदार नही रही वो आगे को मुड़ गई है, पंजो के नाखून भी ज्यादा लम्बे व घुमावदार हो गये है। इस लिए शिकार करने में वह सक्षम नही रहा।
वह अपनी चोंच से अपने पंखो को एक एक कर खींच देता है, अब उसके पंख नही रहे। वह अपने पंजो के बड़े हुये नाखून भी तोड़ देता है और अपनी चोंच को पत्थर पर ज़ोर ज़ोर से मार मारकर उसे आगे से तोड़ देता है। वह दर्द को सह लेता है क्योंकि वह जानता है कि भविष्य की महिमा के लिए यह एक त्यारी भर है।
नाखून, चोंच और नए पंख आने में कुछ सप्ताह तक लगते हैं। इस दौरान उकाब अपना सर ऊपर की ओर उठाता है, मानो परमेश्वर का इंतजार कर रहा हो। पीड़ादायक निर्णय से वह एक बार फिर से नया बल पाता है और अगले 30 सालों तक उसी शान व शक्ति से जीता है। यही है वो “उकाब की 7 विशेषताएं” जो उसे विलक्षण बनाती हैं।
हमें भी अपनी उन आदतों को और पापमय स्वभाव को एक एक कर खींच कर अलग करना है जो हमें अन्त जीवन में बाधा डाल रही हैं। ताकि हम अपने मुक्तिदाता के साथ अनंत जीवन शान और शांति से जी सकें।
मेरे प्रिय भाई बहनों, यदि आप इन वचनों से उत्साहित हुये हैं तो कृपया इसे अपने मित्रों के साथ भी शेयर करें। परमेश्वर आपको इन वचनों से आशिषत करें। यीशु के मधुर नाम से, आमीन!!
Pastor Basharat Masih
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