हर बात में धन्यवाद करो!
प्रभू यीशु के महान नाम में आप को जय मसीह की।
मैं आपके साथ पर्मेश्वर का सुन्दर वचन बांटना चाहता हूँ।
आईये, पवित्र वचन में से पड़ेगे!
1 थिस्सलुनीकियों 5 अध्याये उसका 18वां वचन,
हर बात में धन्यवाद करो: क्योंकि तुम्हारे लिये मसीह यीशु में परमेश्वर की यही इच्छा है।
मेरे प्रिय भाई बहनों, हम अक्सर प्रतिकूल परिस्थितियों में निराशाजनक हालातों से गुजरते हैं। शायद उस वक़्त हम पर्मेश्वर का आभार व्यक्त करना भूल जाते हैं। हमें लगता है कि यदि पर्मेश्वर चंगाई देंगे या समस्या से निकालेंगे उस के बाद ही मैं उसका धन्यवाद करूंगा।
धन्यवाद, हमारी भावनाओं या हमारी परिस्थितियों पर आधारित नहीं होना चाहिए। बल्कि, धन्यवाद का आधार परमेश्वर की भलाई और दया होना चाहिए। यदि हम अपनी परिस्थितियों को देखे तो जरूर हम निराश होंगे। लेकिन यदि हम परमेश्वर और उसके वादों के लिए आभारी होने को आधार बनाते हैं, तो हम हमेशा के लिए संतुष्ट होंगे।
मेरे प्रियो, मैं आपको एक सच्ची घटना से रुबरु करवाना चाहता हूं।
साल 1971 में अमेरिका के टेक्सास प्रांत में एक ऐसे बच्चे का जन्म हुया जो severe combined immunodeficiency से पीड़त था। इस तरह के मरीज़ों में (Immunity) रोगप्रतिरोधक शक्ति बहुत कमजोर होती है।
ऐसे बच्चे किसी भी बिमारी से लड़ नही सकते। इसी लिए डेविड वेट्टर को एक खास किस्म के sterilized प्लास्टिक के एक गुब्बारे में रखा गया था।
हर चीज़ को लगभग तीन घण्टे sterilized करने के बाद ही डेविड वेट्टर के गुब्बारे में एक खास किस्म के दासतानो से पहुंचाया जाता था।
डेविड प्लास्टिक के गुब्बारे में लगभग 12 साल अपनी मृत्यु तक रहा। दुनिया भर के news media वालों ने डेविड वेट्टर को Bubble Boy के नाम दे दिया था।
मृत्यु के समय, 12 वर्षीय डेविड वेट्टर के डॉक्टर ने उसे पूछा, डेविड जब आप गुब्बारे से बाहर आयोगे तो सबसे पहले क्या करना चाहोगे?
डेविड ने अपनी माँ की तरफ इशारा करते कहा, मैं अपने हाथों से मामा के आंसू पूंछना चाहता हूँ और उसे गले से लगाना चाहता हूं।
12 साल की आयु में एक बार भी डेविड और उसकी माँ Carol Ann Vetter ने नंगे हाथों से अपने लाड़ले को नही छुया था।
मेरे प्रियो, क्या हमें इस बात के लिए धन्यवाद नही करना चाहिए कि हम देख सकते हैं, सुन सकते हैं, खा सकते हैं और छू सकते हैं।
प्रतिदिन उसकी भलाईओं को स्मरण कर, पर्मेश्वर का धन्यवाद करते रहें।
हर बात में धन्यवाद करो: क्योंकि तुम्हारे लिये मसीह यीशु में परमेश्वर की यही इच्छा है।
आईये मेरे साथ प्रार्थना करें।
धन्यवाद, प्रभु, आपने मेरे जीवन में जो अशीषें दी हैं, उन सभी के लिए धन्यवाद। आपने मुझे उससे कहीं अधिक प्रदान किया है जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। आपने मुझे परिवार और दोस्त दिए हैं जो मुझे हर दिन शब्दों और कामों से मुझे साहस देते हैं।
मैं जानता हूँ कि आप मुझसे प्यार करते हैं और मेरी भलाई के लिए ही सब कुछ करते हैं। मैं आप पर भरोसा करता हूं। मुझे हमेशा धन्यवादी बनने के लिए सहायता करें नाकि शिकायत करते रहने वाला जो हमेशा हर काम में नुक्स ही पाता है।
धन्यवाद कि आप मेरे दर्द और पीड़ा को कभी ज़ाया नहीं करते। मैं जानता हूँ आप से प्रेम करने वालों के लिए हर बात भलाई ही उत्पन्न करती है। मुझे आपकी अच्छाई पर विश्वास है। मैं आपसे प्यार करता हूँ।
यीशु के नाम में, आमीन!!
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